यमुना अर्याल (काफ्ले)
यमुना अर्याल (काफ्ले)
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कसैले नखाएको जागिर खाएकी!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, चैत ११, २०७९
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आफ्नो घर बसाउन नसक्नेले दुनियाँको चिन्ता किन लिनू! 
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, असोज २९, २०७९
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जागिरे श्रीमानका बेरोजगार श्रीमतीका पीडा!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शुक्रबार, असोज २१, २०७९
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वृद्धाश्रमको बुवा मेरो भइदिए...
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, असोज १५, २०७९
ब्लग/रिभ्यु
भाइरलको चक्करले खोसिँदै बालापन
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, असोज १, २०७९
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नपढेकी केटी बिहे गरेको भए भइहाल्थ्यो नि!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, वैशाख १७, २०७९
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प्राइभेट बैंकको जागिरे
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, वैशाख ३, २०७९
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'राम्री' बुहारी, 'गरिखाने' ज्वाइँ!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, चैत १२, २०७८
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अरूलाई उपदेश दिने, आफ्नो विगत बिर्सिने?
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, फागुन २१, २०७८
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पुरूष प्रमुख भए हाकिम, महिला भए नानी!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, माघ १५, २०७८
साहित्यपाटी
सन्तान हुर्काउन जागिर त्यागें तर...
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, पुस १७, २०७८
साहित्यपाटी
'हैसियत' मिलाउन दोस्रो बिहे!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, मंसिर १८, २०७८
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तपाईंलाई सन्तान चाहिएको हो कि छोरा?
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, कात्तिक २७, २०७८
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'एउटा घर-घडेरी जोड्न नसक्ने कस्तो जागिर खान्छौ?'
यमुना अर्याल (काफ्ले)बुधबार, असोज २०, २०७८
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'ज्वाइँ त देउतै छन् नि, के गर्नु छोरो पो...'
यमुना अर्याल (काफ्ले)सोमबार, असोज ११, २०७८
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बाउआमाले नसकेका छोरा बुहारीले सुधार्ने! 
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, असोज २, २०७८
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जागिरे श्रीमानका बेरोजगार श्रीमतीका पीडा!
यमुना अर्याल (काफ्ले)बिहीबार, भदौ २४, २०७८
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यत्रो सम्पत्ति छ, यी छोरी बिहे गरेर गएपछि कसले खान्छ!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, भदौ १२, २०७८
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छोरी पाउने खुसी छन्, आफन्त किन बेखुसी!
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, असार २६, २०७८
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'निर्दयी' सहरले चोट दियो गनी गनी...
यमुना अर्याल (काफ्ले)शनिबार, जेठ ८, २०७८